गणतंत्र दिन और उसका महत्व
भारत विश्व का सबसे बड़ा गणतंत्र देश है। यह एक एसी भूमि है जहां लोकशाही और गणतंत्र दोनो का अनूठा मिलन देखा जा सकता है। यह मिलन उन हजारों देशवासियों की मेहनत का फल है जिन्होंने अपने प्राणो की बाज़ी लगाकर इस देश को गुलामी की ज़ंज़ीरो से मुक्त किया है। १५ अगस्त १९४७ के दिन स्वतंत्र होने के बाद अंग्रेजों के कानून और तरीके से इस देश को चलाना मुमकिन नही था और इसीलिए देश के संविधान की काफी जरुरत थी।
समय की मांग को देखते हुये नेताओं ने संविधान रचना समिति का गठन किया और डो. बाबासाहेब आंबेडकर की अध्यक्षता मे समिति ने संशोधन कार्य शुरु कर दिया था। दिसंबर १९, १९४९ को समिति ने अपना अंतिम प्ररुप सदन को सौंपा और सदन ने इसे २४ जनवरी १९५० के दिन हस्ताक्षर कर पारित किया पर पूर्ण स्वराज की १९३० मे २६ जनवरी के दिन हुई मांग को यादगार बनाने के लिये संविधान को २६ जनवरी से देश मे लागू करने का फ़ैसला लिया गया। इस तरह २६ जनवरी को देश की प्रगति कि यात्रा का एक नया आयाम शुरु हुआ और इस पर्व को मनाने के लिये ही २६ जनवरी के दिन देश मे बड़े पैमाने पे विविध कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
इस दिन पूरा देश देश भक्ति के रंग मे डूब जाता है। देश की राजधानी नई दिल्ली को सजाया जाता है और सुरक्षा के बंदोबस्त भी किये जाते है। हर्षोल्लास का पर्व इस दिन की अहमियत को देखते हुए पूरे देश मे बहुत बड़े पैमाने पे मनाया जाता है। राजधानी नई दिल्ली मे इस दिन राष्ट्रपति के हाथ तिरंगा फहराया जाता है और राष्ट्र गान के बाद प्रधानमंत्री प्रवचन देते है। तीनों सेनाएँ राष्ट्रपति को सलामी देती है और उसके बाद परेड शुरु होती है।
देश के सभी राज्य की राजधानी यों मे राज्यपाल सलामी लेते है और परेड एवं रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। शैक्षणिक संस्थानों मे इस दिन छुट्टी होने से शैक्षणिक कार्य नही किया जाता परन्तु विविध प्रतियोगिताएँ एवं देश भक्ति के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।
इस दिन बैंक, पोस्ट एवं सरकारी कार्यालय मे भी छुट्टी रहती है हालांकि आपातकालीन सेवाएं एवं परिवहन सेवाएं बहाल होती है।
ज्यादातर निजी व्यापार और कार्यालय भी दोपहर के बाद कार्य से दूर रहकर इस पावन पर्व को मनाते है। पूरा देश इस दिन देश के उन महान सपुतो को याद करता है जिन्होंने हम इस खुली हवा मे सांस ले सके इस लिये खुद के प्राण न्योछावर कर दीये।
FAQs
Question: 26 January ko english mein kya kahate hain?
Answer: 26 January ko Bharat me log Republic Day kahte hai.
Questions: 26 january 1950 ko kaun sa din tha?
Answer: Thursday (guruwar, गुरुवार, बृहस्पतिवार)
Question: 26 january ko jhanda kaun fahrata hai?
Answer: President of India (देश के राष्ट्रपति)